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मिर्जापुर: गांव के खाली पड़े खेत में तैयार किए जा रहे खिलाड़ी

मिर्जापुर: गांव के खाली पड़े खेत में तैयार किए जा रहे खिलाड़ी

  •   जेपी पटेल
  •  2024-10-21 14:50:53
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मिर्जापुर : रिटायर्ड बीएसएफ का जवान गांव के गरीब बच्चों का बना रहा भविष्य, गांव में खाली पड़े खेत में दे रहा खेलों का निःशुल्क ट्रेनिंग, बिना सुविधाओं का खिलाड़ी खेल रहे नेशनल और स्टेट,शहरों के स्टेडियम में खेल रहे खिलाड़ियों को टक्कर देते हैं खेत में खेलने वाले खिलाड़ी

https://youtu.be/6hyAIHbagBY?si=Z6VwAnogzBoFKHMk

रिटायर्ड बीएसएफ का जवान देश का सेवा करने के बाद अब बच्चों का खेल के क्षेत्र में भविष्य बना रहा है. हम बात कर रहे हैं रिटायर्ड बीएसएफ जवान सुरेश कुमार का मिर्जापुर जिले के नारायनपुर विकासखंड के घरवासपुर गांव के रहने वाले हैं वह में खाली पड़े खेत खलिहानों में निःशुल्क खेलों की ट्रेनिंग 10 सालों से दे रहे हैं. उबड़ खाबड़ खेतों में पगडंडियों के माध्यम से बच्चे पहुंचकर खेल रहे हैं.उबड़ खाबड़ मैदान में घंटो पसीना बहाने वाले खिलाड़ी नेशनल प्रतियोगिता में अपनी मौजूदगी दर्ज कराकर गांव को एक नई पहचान दे रहे हैं.पांच वर्षों से लगातार खिलाड़ी नेशनल प्रतियोगिताओं में अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं. 2014 में तीन बच्चों को प्रशिक्षण देना प्रारंभ किया था आज गांव के कुल 42 बच्चों को एथलेटिक्स, बॉलीबॉल,अन्य खेलों का निःशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं. प्रतिदिन सुबह शाम खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देते हैं.जिसका परिणाम रहा कि इस वर्ष भी विभिन्न खेलों में 13 खिलाड़ी प्रदेशीय प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं.

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खेत खलिहानों में खेल रहे बच्चों ने बताया कि गांव में कोई स्टेडियम न होने से खेतों में खेलना पड़ता है बारिश हो जाने पर खेत गीला हो जाता है खेल नहीं पाते स्टेडियम और मैदान बन जाए तो हम भी अच्छा खेल सकते हैं. जो खेत खाली रहता है उसी में कर खिलाते हैं.

वही रिटायर्ड बीएसएफ जवान सुरेश कुमार ने बताया की 1989 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. 2013 में रिटायर होने के एक साल बाद 2014 से बच्चों को प्रशिक्षण देना प्रारंभ किया है. आज नेशनल हो प्रदेश स्तर पर बच्चे चयन हो रहे हैं अगर सरकार इन गांव के खिलाड़ियों को स्टेडियम जैसी सुविधाएं मुहैया कराए तो बच्चे अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर सकते हैं.

नेशनल खेल चुके खिलाड़ियों की सूची नाम खेल - ज्योति - वॉलीबॉल - कनिका (सिल्वर मेडल) दो बार खेली नेशनल - गोला थ्रो एवं भाला फेंक - सुनैना - ऊंची कूद/6सौ मीटर रेस - शिवानी - लंबी/ऊंची कूद - पूर्णिमा मौर्या - गोला फेंक - शिवा कुमार - दौड़/भाला फेंक

2024 में स्टेट के लिए चयनित खिलाड़ी घरवासपुर गांव के गढ्ढा युक्त खेतों में तैयारी कराने वाले सुरेश कुमार की मेहनत इस वर्ष भी रंग लाई.यहां तैयारी करने वाले 13 बच्चे इस वर्ष भी प्रदेशीय स्कूल गेम्स के लिए चयनित किए गए हैं।जिनमें सुनैना,कनिका,प्रियांशी,अमृता, अपराजिता,चांदनी, राजनंदनी, पायल,आंचल,आकांक्षा,ममता आकांक्षा ।।, किशन शामिल हैं.

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