news updates

मिर्जापुर :प्रेम प्रसंग के चलते दो दोस्तों ने अपने ही दोस्त की ले ली जान मिर्जापुर : अधिवक्ता के मुंशी आदिवासी दयाराम रातों-रात बने करोड़पति, किस्मत बदलने पर खुश मिर्जापुर : सपा छात्र सभा के प्रदेश महासचिव कुँवर ऋतेश सिंह पटेल ने योगी सरकार पर साधा निशाना मिर्जापुर: हूज़ हूँ इन अमेरिका के सूची में शामिल हुए भारतीय मूल के वैज्ञानिक डॉ. मयंक मिर्जापुर : अस्पताल के बेड पर घायल पड़े प्रेमी से प्रेमिका ने रचाई शादी,प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में सिंदूर भर लगाया गले

मिर्जापुर : पूर्व सांसद रमेश चंद बिंद पर जमीन कब्जा करने का आरोप, डिप्टी सीएम के हस्तक्षेप के बाद हुई नापी

मिर्जापुर : पूर्व सांसद रमेश चंद बिंद पर जमीन कब्जा करने का आरोप, डिप्टी सीएम के हस्तक्षेप के बाद हुई नापी

  •   मनीष रावत
  •  2024-09-20 00:11:30
  •  0

मिर्जापुर : पूर्व सांसद व सपा नेता रमेश चंद बिंद पर जबरन जमीन कब्जा कर आलीशान मकान बनवाने का लगा आरोप,जमीन की नापी करने पहुंची राजस्व टीम, पीड़ित ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से की थी शिकायत, बसपा सरकार में विधायक रहते हुए सत्ता के बल पर की थी कब्जा, रजिस्ट्री से ज्यादा जमीन कब्जा करने का है आरोप,जमीन पर बना है ज्योति हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर, टीम नापी कर जल्द ही उच्च अधिकारों को सौपेंगी रिपोर्ट, रमेश चंद बिंद ने कहा आगे मझवां उप चुनाव है जिसको लेकर बनाया जा रहा दबाव, सदर तहसील के बरौंधा कचार पीली कोठी का मामला.

पूर्व सांसद रमेश चंद बिंद पर जमीन कब्जा करने का लगा आरोप

पूर्व सांसद व सपा नेता रमेश चंद बिंद पर कटरा थाना क्षेत्र के बरौंधा कचार पीली कोठी में सड़क किनारे की जमीन कब्जा करने के आरोप लगे हैं.इसको लेकर सदर तहसील के राजस्व टीम ने गुरुवार को जमीन की नापी की है. दरअसल बरकछा कला गांव के रहने वाले त्रिभुवन नाथ ने भारतीय जनता पार्टी के मंडल उपाध्यक्ष सिटी दक्षिणी धर्मेंद्र अग्रहरी के माध्यम से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि 2007 में नर्मदा सिंह पत्नी मुंशी सिंह मिशन कंपाउंड के रहने वालों से जमीन बैनामा कराई गई थी. इसी आराजी नंबर में पूर्व सांसद रमेश चंद बिंद ने अपनी पत्नी समुद्रा देवी के नाम बैनामा करा लिया. बसपा सरकार में बसपा के विधायक रहते हुए रजिस्ट्रीशुदा जमीन पर रजिस्ट्री से ज्यादा कब्जा कर लिया. जमीन पर कब्जा रोकने के लिए न्यायालय का सहारा लिया गया और न्यायालय ने 2008 में कब्ज दखल से मना किया था इसके बावजूद भी पूरे जमीन पर कब्जा कर के मकान बनवा लिया. विरोध करने पर सत्ता के बल पर कटरा थाने में 2008 मुकदमा भी दर्ज कराया था. पीड़ित की शिकायत पर गुरुवार को सदर तहसील की राजस्व टीम पहुंचकर जमीन की नापी की है.

पीड़ित की शिकायत पर राजस्व टीम ने की नापी

पीड़ित ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को प्रार्थना पत्र दिया था जिसको लेकर डिप्टी सीएम ने जिले के अधिकारियों को जांच करने का निर्देश दिया था. डिप्टी सीएम के निर्देश पर सदर तहसील के तहसीलदार हेमंत कुमार बिंद 6 सदस्यीय टीम गठित की. पीड़ित की शिकायत के आधार पर मौके पर जाकर जमीन की टीम ने नापी की है. नापी करने वाले टीम में नायब तहसीलदार पहाड़ी राहुल मिश्रा, राजस्व निरीक्षक शहर मंगला सिंह, चार लेखपाल संतोष सरोज, घनश्याम कौशल, अंकेश श्रीवास्तव और धीरज पाठक शामिल थे. टीम ने नापी कर कहा है जल्द ही रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौप दी जाएगी.

कौन है रमेश चंद बिंद

पूर्व सांसद रमेश चंद्र बिंद पर जिस जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया जा रहा है उस जमीन पर आज आलीशान मकान बना हुआ है जिसमें ज्योति हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर के नाम से 100 बेड का मल्टीस्पेशिलिटी अस्पताल चल रहा है.राजस्व की टीम के पहुंचने पर इलाके में हड़कंप बच गया था. रमेश चंद बिंद मझवा विधानसभा सीट से बसपा पार्टी से 2002, 2007 और 2012 में विधायक चुने गए थे. भारतीय जनता पार्टी के लहर में 2017 विधानसभा चुनाव में चुनाव हार गए थे. 2 साल बाद 2019 के लोकसभा के चुनाव में बसपा छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था 2019 के लोकसभा चुनाव में भदोही से सांसद चुन लिए गए थे. 2024 के लोकसभा सीट से बीजेपी ने टिकट काट दिया तो समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लिया 2024 की लोकसभा के चुनाव में मिर्जापुर लोकसभा चुनाव लडा मगर अपना दल एस पार्टी की प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल से चुनाव हार गए. फिलहाल समाजवादी पार्टी में अभी काम कर रहे हैं कयास लगाया जा रहा है मझवा विधानसभा सीट के उपचुनाव से रमेश बिंद खुद मैदान में आ सकते हैं या अपनी बेटी ज्योति बिंद को उतार सकते. हैं.

क्या कहा रमेश चंद बिंद

पूर्व सांसद रमेश चंद बिंद ने फोन पर बात करते हुए कहा कि राजनीति से प्रेरित होकर यह मामला उठाया जा रहा है. अभी तक कोई नोटिस हमारे पास नहीं मिला है. मझवा विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है जिसको लेकर दबाव बनवाया जा रहा है. जब हम बीजेपी में सांसद थे तब कोई मामला सामने नहीं आया.हॉस्पिटल का नक्शा प्राधिकरण से पास है, खसरा खतौनी भी नाम से है. चार लोगों की जमीन खरीदी गई थी.जो भी कार्य हो न्यायालय से हो तो ज्यादा अच्छा होगा.

Tag :  

संबंधित पोस्ट