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मिर्जापुर : मां विंध्यवासिनी के दरबार में रात भर बही भक्ति रस की धारा

मिर्जापुर : मां विंध्यवासिनी के दरबार में रात भर बही भक्ति रस की धारा

  •   जेपी पटेल
  •  2024-08-22 19:40:38
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मिर्जापुर: विंध्याचल धाम में मां विंध्यवासिनी की जयंती पर मंदिर को सजाया गया दुल्हन की तरह,मां विंध्यवासिनी के दरबार में रात भर बही भक्ति रस की धारा, देश के जाने-माने कलाकारों ने अपनी सुर साधना से की मां की स्तुति, कलाकारों ने अपने गायन और नृत्य से भक्तों का मन मोह लिया, मंदिर परिसर में रात भर चले कार्यक्रम में श्रद्धालु भक्ति के रस में डूबे रहे, मां की जयंती पर श्रद्धालु मां की एक झलक पाने को बेताब दिखे.

मिर्जापुर के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्रीविंध्यवासिनी आराधना केंद्र विंध्याचल की ओर से मां विंध्यवासिनी मंदिर के परिसर में मां विंध्यवासिनी जयंती समारोह का आयोजन किया गया गया. मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया था.फूल पत्तियों सतरंगी गुब्बारों और बिजली के रंग बिरंगी लाइटों सजाया गया था जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ था. इस दौरान मां विंध्यवासिनी का भव्य श्रृंगार, पूजन, प्रसाद वितरण के साथ ही संगीत समारोह व सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयाेजन किया गया. दिल्ली,मुंबई कोलकाता, प्रयागराज, वाराणसी समेत देश भर के कलाकारों ने आकर रातभर अपनी प्रस्तुति दी. कलाकारों के भक्ति गीत को सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं भी पहुंचे थे.

पुराणों के अनुसार भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि को मां विंध्यवासिनी का जन्मदिवस मनाया जाता है.इसी दिन मां विंध्यवासिनी देवी विंध्य पर्वत पर निवास करने आई थीं. इसलिए हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से विंध्य धाम में विराजमान मां विंध्यवासिनी देवी, मां काली खोह, मां अष्टभुजा देवी का भव्य श्रृंगार, पूजन होता है और प्रसाद का वितरण किया जाता है. सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं को जीवंत रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सन् 1971 से शुरुआत की थी.स्थानीय लोगों के साथ बाहरी लोग भी आकर इसका भरपूर आनंद उठाते हैं.

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