मिर्जापुर: मिर्जापुर की बेटी अमेरिका में डेटा साइंस व डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य करेगी.संयुक्त राज्य अमेरिका के 'नेशनल डेंड्रिमर एंड नैनो टेक्नोलॉजी सेंटर ने स्वाती सिंह को 'डेटा विश्लेषक' के रूप में नियुक्त दी है.जहां वे वैज्ञानिक शोधों में डेटा का विश्लेषण और उसकी व्याख्या करेंगी.स्वाति सिंह का चयन होने से परिजनों में खुशी है.
मिर्जापुर जनपद के मड़िहान थाना क्षेत्र के भांवा के राजेंद्र प्रसाद सिंह की बेटी स्वाती सिंह अमेरिका में डेटा साइंस व डेटा एनालिटिक्स के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य करेगी.संयुक्त राज्य अमेरिका के 'नेशनल डेंड्रिमर एंड नैनो टेक्नोलॉजी सेंटर ने स्वाती सिंह को 'डेटा विश्लेषक' के रूप में नियुक्त दी है.स्वाति वैज्ञानिक शोधों में डेटा का विश्लेषण और उसकी व्याख्या करेंगी. संसथान ने अंशकालिक बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) प्रोग्राम को स्पॉन्सर करने का फैसला किया है.जहाँ संसथान उनके एमबीए प्रोग्राम का सारा खर्च उठाएगी.हाल ही में चल रहे विश्वविद्यालयों के फॉल (पतझड़) सेमेस्टर के लिए स्वाती का एमबीए के लिए आवेदन भी कर दिया गया है जिसके लिए वाराणसी से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने 10 जून को ही उनके ट्रांसक्रिप्ट को सफलतापूर्वक सत्यापित करने की पुस्टि दी.अपनी विशेष पहचान के लिए विख्यात 'नेशनल डेंड्रिमर एंड नैनोटेक्नोलॉजी सेंटर' की स्थापना वर्ष 2002 में अमेरिका के मिशिगन राज्य के माउंट प्लेसेंट शहर में 'यूएस-आर्मी रिसर्च लैबोरेटरी' द्वारा स्थापित किया गया था. और संयुक्त शैक्षणिक, सरकारी और निजी क्षेत्र के अनुसंधान विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए सहयोग के मॉडल के रूप में कार्य करता है.अपनी शुरुआत के बाद से केंद्र ने डाउ केमिकल कंपनी, स्टारफार्मा होल्डिंग्स लिमिटेड, पॉलीसाइंसेस इंकॉर्पोरेशन, फाइजर, मल्टीजेन डायग्नोस्टिक्स, एशलैंड केमिकल्स,डेनड्रिटिक नैनोटेक्नोलॉजी इंकॉर्पोरेशन,नैनोसिंथॉन्स सहित कई नई वाणिज्यिक रणनीतिक साझेदारी और सहयोगी संबंध उत्पन्न किए हैं.
नेशनल डेंड्रिमर एंड नैनो टेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर डॉ. टोमालिया मुख्य कार्यकारी अधिकारी है साथ ही डेंड्रिटेक इंकॉर्पोरेशन और डेनड्रिटिक नैनोटेक्नोलॉजी इंकॉर्पोरेशन के संस्थापक है. इसके साथ ही पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय और वर्जीनिया कामनवेल्थ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में भी कार्यरत हैं. अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. टोमालिया ने बताया कि स्वाती ने एक वर्ष में उनके संसथान से प्रशिक्षण लेते हुए विश्लेषण (एनालिटिकल) विभाग में 'डेटा विश्लेषक' का पद प्राप्त करने में सफल रही.स्वाती का व्यक्तित्व बहुत उदार और शांत स्वभाव का है, और एक उत्कृष्ट श्रोता के साथ दूसरों के दृष्टिकोण पर सकारात्मक विचार रखती हैं, जिनकी आश्चर्यजनक क्षमता और विशेषज्ञता के आधार पर, दृढ़ता से अनुशंसा करते हैं. डॉ. टोमालिया ने यह भी बताया की स्वाती ने उनके सहयोगी वैज्ञानिको के प्रकाशनों के सह आविष्कारक एवं सह लेखक हैं जिसे अमेरिकन केमिकल सोसाइटी की 79वीं साइंटिफिक मीटिंग में प्रस्तुत किया.जिसे अमेरिकन केमिकल सोसाइटी द्वारा प्रकाशित भी किया गया है.
स्वाती की प्रारंभिक स्कूली शिक्षा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड दिल्ली में हुई है. उसके बाद जयपुर,बीकानेर एवं कोलकाता में पढ़ाई कर उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से पूरी की है. इसके अतिरिक्त, स्वाती विभिन्न अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक संगठनों (अमेरिकन केमिकल सोसाइटी, यूरोपियन सोसाइटी फॉर नैनोमेडिसिन,रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री एवं ब्रिटिश सोसाइटी फॉर नैनोमेडिसिन) के एक मूल्यवान सदस्य के रूप में कार्य कर रही है.
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