मिर्जापुर : आज से चैत्र नवरात्र प्रारंभ हो गया है. मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में स्थित मां विंध्यवासिनी के दरबार में नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, मंगला आरती के बाद से ही श्रद्धालु कर रहे मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन, नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालु कर रहे हैं शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन पूजन.कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जा रहा है दर्शन पूजन. श्रद्धालुओं कोई असुविधा न हो जिसको लेकर जिला प्रशासन कर रखा है हर तरह का इंतजाम.
आस्था का पर्व चैत्र नवरात्र मंगलवार से शुरू हो गया है.धार्मिक नगरी मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में स्थित मां विंध्यवासिनी दरबार में भी नवरात्रि के पहले दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन कर रहे हैं. मां विंध्यवासिनी का दर्शन पाने के लिए आधी रात से ही श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए थे मंगला आरती के बाद से श्रद्धालु दर्शन पूजन लंबी लंबी लाइनों में लगकर कर रहे हैं. नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालु शैलपुत्री स्वरूप का एक झलक पाकर निहाल हो रहे हैं. कहां जाता है सच्चे दिल से जो भी मां के दरबार में आता है खाली हाथ नहीं जाता है मां उनकी मनोकामना पूरी करती है.
हिंदू पंचांग के अनुसार नवरात्रि वर्ष में चार बार मनाया जाता है शरद, चैत्र, माघ और आषाढ़ के महीने में मनाया जाता हैं.शरद और चैत्र के महीने में पड़ने वाली नवरात्रि मां दुर्गा के भक्तों के लिए होती है वहीं माघ और आषाढ़ के महीने में पड़ने वाली नवरात्रि तांत्रिकों ओर अघोरियों के लिए होती जिसे गुप्त नवरात्रि भी कहते हैं. इस बार की चैत्र नवरात्रि 9 दिन मनाई जाएगी. देवी को प्रसन्न करने के लिए पहले दिन शैलपुत्री स्वरूप को कौन से रंगों ,भोग और पुष्पों का इस्तेमाल करना चाहिए, क्या है इसका महत्व धर्माचार्य मिठू मिश्रा ने बताया कि भक्त को लाल और पीले रंग का वस्त्र धारण कर पूजा करनी चाहिए, मां को भोग में गाय के घी से बने पकवान को अर्पित करना चाहिए और।पुष्प में गुड़हल का फूल को चढ़ाने से मां अति प्रसन्न होती है.
मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में नवरात्रि मेला में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 03 सुपर जोन, 10 जोन और 21 सेक्टर जोन में विभाजित किया गया है, जिसमें चार अपर पुलिस अधीक्षक 17 सीओ,50 इंस्पेक्टर और 1300 से ज्यादा पुलिस बल लगाई गई है इसके साथ ही मेला में एटीएस कमांडो निगरानी कर रही हैं साथ ही जल पुलिस भी मौजूद हैं.
विंध्य कॉरिडोर तैयार हो जाने के बाद पहली बार नवरात्रि का मेला शुरू आज से हुआ है ऐसे के में श्रद्धालुओं के सुविधा को ध्यान मे रखते हुए इस नवरात्रि में श्रद्धालुओं के दर्शन में बदलाव किया गया है.नवरात्रि में मां विंध्यवासिनी का चरण-स्पर्श के साथ ही गर्भगृह में मोबाइल फोन का प्रयोग प्रतिबंधित हैं और अगरबत्ती दिया भी नही जला पाएंगे श्रद्धालु. नवरात्रि में मां विंध्यवासिनी धाम में देश के कोने कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. बदलाव सिंह दर्शनार्थियों को सहूलियत मिल रहा है
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