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मिर्जापुर:  बाणसागर नहर परियोजना से किसानों की बदली किस्मत

मिर्जापुर:  बाणसागर नहर परियोजना से किसानों की बदली किस्मत

  •   जेपी पटेल
  •  2024-02-09 12:22:34
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मिर्जापुर : पानी के अभाव में सुख जाती थी किसानों की खेती,होता भी था तो चना मटर मसूर,बाणसागर नहर परियोजना शुरू हो जाने से किसान हो रहे हैं मालामाल, किसान के खेतों में अब लहलहा रहे है गेहूं और सरसों की फसल.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में बाणसागर नहर परियोजना का किया था उद्घाटन.तब से मिर्जापुर और प्रयागराज के लाखों किसानों को सीधे तौर पर हो फायदा. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और प्रयागराज में बाणसागर नहर परियोजना से किसान मालामाल हो रहे हैं.जिस खेत में पहले खेती सूख जाती थी आज किसान उस जमीन पर सोना उगा रहे हैं.बाणसागर नहर परियोजना से लाखों किसान अपने खेतों की सिंचाई कर रहें है.अच्छी खेती से किसानों की पैदावार में इजाफा हुई है. 2018 के पहले सिंचाई के अभाव में खेती सुख जाती थी, अब उस जमीन पर गेंहू, धान सरसों लहलहा रहे हैं.बाणसागर नहर परियोजना का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में किया था. तब से किसानों का फायदा हो रहा है.

 

बाणसागर नहर परियोजना का शिलान्यास 1977 में मध्यप्रदेश के शहडोल में हुई थी. सोन नदी से पानी लाकर मिर्जापुर के अदवा और जरगो बांध और प्रयागराज के मेजा बांध को नहरों के माध्यम से जोड़ने का था.परियोजना 41 साल अटकी थी. मिर्जापुर प्रयागराज किसानों ने उम्मीद छोड़ दी थी किसानों को लग रह यह परियोजना कभी पूरी नहीं होगी मगर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब उद्घाटन किया किसानों की चेहरे पर खुशी आ गई.अब सोन नदी पर बने बांध से पानी 171 किलोमीटर लंबी नहर के माध्यम से मिर्जापुर के अदवा, मेजा और जरगो बांध में पानी पहुंचाया जा रहा है. फिर बांध से पानी को नहरों के जरिए किसानों के खेतों तक पंहुचाया जा रहा है.

 

बाणसागर नहर परियोजना की शुरुआत 1977 में 222 करोड़ रुपये की लागत से की गई थी. इस बीच कई सरकारें आई गई सरकारों की उदासीनता से परियोजना अधर में लटकी रही. मोदी 1.0 सरकार ने अधर में अटकी परियोजना को आगे बढ़ाया, 41 साल बाद पूरा करके  दिखा दिया. मगर इस बीच परियोजना की लागत 3500 करोड़ रुपए तक पहुच गयी. बाणसागर नहर परियोजना से अब किसानों को पानी भरपूर मिलना शुरू हो गया है.किसानों का कहना है कि पहले खेती सूख जाती थी होता भी था तो चना मटर मशहूर होता था मगर बाणसागर नहर का पानी मिल जाने से किसान धान गेहूं के साथ अन्य फसल भी अच्छे से पैदा कर रहे हैं किसानों की आमदनी में भी वृद्धि हुई है.किसान अब यहां के खुशहाल नजर आने लगे हैं.

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