मिर्जापुर: जनपद में आवारा कुत्तों का आतंक, गांव से लेकर शहर तक कुत्ते राहगीरों को बना रहे निशाना,सुबह अपने बंगले के पास बाहर टहल रहे नगर मजिस्ट्रेट को काटा कुत्ता, लगवाना पड़ा टिटनेस और एंटी रैबिज का इंजेक्शन.
नगर मजिस्ट्रेट को काटा कुत्ता
उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में जहां भेड़ियों के आतंक से ग्रामीण दहशत में है तो वही मिर्जापुर जनपद में कुत्तों के आतंक से राहगीर परेशान है. आवारा कुत्तों ने नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर सिंह को भी काट लिया.बताया जा रहा है बुधवार को वह अपने बंगले के पास सुबह टहल रहे थे इसी बीच एक कुत्ते ने हमला कर उनके पैर में काट लिया.कुत्ते को काटते देख वहां मौजूद कर्मचारियों ने उनको कुत्ते से बचाया फिर नगर मजिस्ट्रेट के पैर में दांत के निशान पड़ जाने पर कर्मचारियों ने इंजेक्शन लगवाने की सलाह दी. नगर मजिस्ट्रेट जिला मण्डलीय अस्पताल पहुंच कर टिटनेस व एंटी रैबिज का इंजेक्शन लगवाया.
पागल कुत्तों के हमले से दो मासूम घायल
संतनगर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत घोरी के पनियरा मौजा में बृहस्पतिवार शाम को घर के बाहर खेल रही तीन वर्षीय मासूम बच्ची पर पागल कुत्ते ने हमला कर जगह जगह काट कर घायल कर दिया.कुत्ते को काटते देख परिजनों ने लाठी डंडे से. कुत्ते पर वार किसी प्रकार से भगाया और आनन फानन में मासूम को इलाज के लिए पटेहरा पीएचसी पहुंचाया जहां इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है संतराम की तीन वर्षीय बेटी अनन्या घर के बाहर खेल रही थी तभी अचानक पागल कुत्ता बच्ची पर हमला कर जगह जगह काट कर घायल कर दिया. सबसे अधिक चेहरे एवं गले पर चोट का निशान है. देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के दुबरा पहाड़ी गांव में भी घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रहे बच्चे को आवारा कुत्ते ने काट लिया.शिव शंकर मौर्य का बेटा तीन वर्षीय शिवांश बच्चों के साथ घर की बहुत-बहुत इस दौरान आवारा कुत्ते ने काट लिया जिसे जिला मंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया इलाज के बाद घर के लिए छोड़ दिया गया.
लालगंज इलाके में भी आवारा कुत्तों का आतंक
लालगंज थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक देखा जा रहा है. लालगंज, दुबार, लहंगपुर, बरकछ, तिलांव, कोटाघाट, बबुरा, और ड्रमंडगंज जैसे गांवों में कुत्तों के झुंड खुलेआम घूम रहे हैं और राह चलते लोगों को काट रहे हैं.डर के माहौल में राहगीर आने जाने को मजबूर है. कुत्तों के आक्रामक व्यवहार से बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सबसे अधिक प्रभावित हो रही हैं.कुत्तों के काटने से कई लोग घायल हो चुके हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है.ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से कई बार इस समस्या का समाधान करने की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते इन आवारा कुत्तों से निजात नहीं दिलाई गई, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है.
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