मिर्जापुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक व ठुमरी के प्रसिद्ध गायक छन्नूलाल मिश्र अपना घर छोड़कर बेटी के साथ रहने को मजबूर है.पारिवारिक कलह चलते दो साल से बेटी के साथ रह रहे छन्नूलाल मिश्र.बेड पर रेस्ट और व्हीलचेयर से चलने को मजबूर छन्नूलाल मिश्र का दर्द सुनकर आंख से आंसू आ जाएंगे. पद्म भूषण छन्नूलाल मिश्र प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है. दो साल से मिर्जापुर में रह रहे छन्नूलाल मिश्र का कोई जनप्रतिनिधी हाल भी लेने नहीं पहुंचा.छन्नूलाल मिश्र ने कहा सब बनारस में जाना चाहते हैं हम बनारस छोड़कर मिर्जापुर में रह रहे हैं. बड़ी बेटी से धमकियां तक मिल रही है. पंडित छन्नूलाल मिश्र संगीत के दुनिया का एक ऐसा नाम जो किसी परिचय का मोहताज नहीं है लेकिन आज वही छन्नूलाल मजबूर और लाचार दिखाई दे रहे हैं. हालात छन्नूलाल मिश्र का कुछ ऐसी बन गई है कि वह वाराणसी छोड़कर मिर्जापुर में रहने को मजबूर हैं. छन्नूलाल की न सेहत साथ दे रही है न ही परिवार और प्रशासन. जिस छन्नूलाल की आवाज सुनकर लोग रुक जाते थे और सुनने को बेताब दिखाई देते थे.आज उनकी परेशानी को कोई सुनने वाला नहीं है दो साल से अपने बेटी के साथ मिर्जापुर में रह रहे हैं.विस्तर पर पड़े व्हीलचेयर से चल रहे छन्नूलाल मिश्र का आरोप है उनका परिवार वाराणसी में नहीं रहने दे रहा है उसे छोड़कर वह मिर्जापुर चले आए हैं. सेहत खराब होने की चलते वह चल फिर भी नहीं पा रहे हैं. काशी छोड़कर आने का उन्हें काफी मलाल है.छन्नूलाल मिश्र प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. जो झूठे मुकदमे में फसाया जा रहा है और दौड़या जा रहा है उसे रोका जाए. साथ ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलने की इच्छा भी जताई है कहां है कि मिलने पर ही बातें बताई जा सकती हैं. छन्नूलाल मिश्र की बेटी नम्रता जो पेशे से प्रोफेसर हैं. नम्रता ने बताया कि माता और एक बहन की कोविड में निधन होने के बाद मथुरा से मजबूरन मिर्जापुर ट्रांसफर करना पड़ा. पिता छन्नूलाल मिश्र की हम कॉलेज में जाकर पढ़ाने के साथ ही सेवा भी कर रही हूं. अपने हाथ से खा भी नहीं पा रहे हैं और न ही चल पा रहे हैं. जबकि संपत्ति की बात है तो सभी का बराबर होनी चाहिए और सेवा भी बराबर करनी चाहिए लेकिन कोई सेवा नहीं कर रहा है. साथ ही आरोप लगाया की बड़ी बहन ममता पिता के अकाउंट से लाखों रुपए अपने खाते में फर्जी सिग्नेचर से ट्रांसफर कर लिया अब झूठे केस में हमें और पिता को फंसा कर दौड़ा रही हैं उनका मकसद एक है कि हमारी नौकरी चली जाए. पिता ने इस दो साल के बीच दो लेटर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को लिखा लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया. पिता के साथ बेटी भी प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है. साथ ही कहा कि इतने प्रसिद्ध छन्नू लाल मिश्र दो साल से मिर्जापुर में रह रहे हैं कोई जनप्रतिनिधि मिलने नहीं आया. छन्नूलाल मिश्र का जन्म 1936 में वाराणसी में हुआ था. सोहर ठुमरी कजरी चैती गायकी के लिए देश-विदेश में जाने जाते हैं. अपने गीतों से समां बांध देते थे. इनके गीत सुनने के लिए लोग बेताब रहते थे. पंडित छन्नूलाल मिश्र पद्म भूषण से भी नवाजे जा चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय चुनाव वाराणसी में प्रस्तावक भी 2014 में रह चुके हैं. प्रधानमंत्री के शपथ लेने के पहले बधाई के गीत भी गा चुके हैं https://youtu.be/-kzy5-sktlY?si=zT8U_AU8JvMPMJr_
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