मिर्जापुर : चर्चित रोजगार सेवक की मौत का पुलिस ने किया पर्दाफाश. ग्राम प्रधान ने अपने साथियो के साथ मिलकर कराई थी रोजगार सेवक की हत्या, बोलेरो से टक्कर मार कर की गई थी रोजगार सेवक की हत्या, ग्राम सभा मे मनरेगा योजना में अनैतिक कार्य का विरोध कर रहा था रोजगार सेवक,ग्राम प्रधान ने योजना बनाकर हाइवे पर मोटरसाइकिल सवार रोजगार सेवक को वाहन से टक्कर मरवाकर की थी हत्या. ग्राम प्रधान ने डेढ़ लाख की सुपारी देकर कार्रवाई थी हत्या. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर ग्राम प्रधान समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल.
मिर्जापुर जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र के पतुलखी गांव के पास एक रोजगार सेवक की वाहन से कुचलकर हुई मौत का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस के अनुसार सुपारी देकर रोजगार सेवक की ग्राम प्रधान ने हत्या कराई थी. क्योंकि रोजगार सेवक ग्राम प्रधान की मनमानी ग्राम सभा में नहीं चलने देता था. इस मामले में ग्राम प्रधान समेत पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के पूछताछ में आरोपियों ने डेढ़ लाख की सुपारी लेकर रोजगार सेवक को वाहन से कुचल कर हत्या करने की बात कबूल की है. दरअसल पांच जून को मृतक रोजगार सेवक राजीव कुमार मौर्य के भाई संजय कुमार मौर्या ने लालगंज पुलिस को तहरीर देकर बताया कि भाई राजीव कुमार मौर्या की षड़यंत्र के तहत वाहन से दुर्घटना कर मृत्यु कारित की गई है यह दुर्घटना नहीं है बल्कि हत्या की गई है इस सम्बन्ध में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी सीसीटीवी और अन्य साक्ष्य को इकट्ठा कर आरोपियों तक पहुंच गई. जब पुलिस ने आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की तो मामला चौंकाने वाला सामने आया. ग्राम प्रधान ने ही अपने चार रिश्तेदारों के साथ मिलकर रोजगार सेवक की वाहन से कुचलवाकर हत्या करवा दी. वजह केवल ग्राम प्रधान मनरेगा में मनमानी करना चाह रहे थे जिसको रोजगार सेवक नहीं होने दे रहा था इसी से नाराज होकर डेढ़ लाख की सुपारी देकर ग्राम प्रधान ने गाड़ी से टक्कर मरवा कर हत्या करवा दी ताकि लोगों को लगे की सड़क हादसे में रोजगार सेवक की मौत हुई है.
सड़क हादसे में हुए रोजगार सेवक के मौत के मामले को लेकर परिजनों ने बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष बालेंदु मणि त्रिपाठी समेत 5 बीजेपी नेताओं पर मुकदमा दर्ज कराया था, बीजेपी नेताओ ने इसको लेकर लालगंज थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया था तो वही आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर मृतक रोजगार सेवक के परिजनों ने जिला मुख्यालय पर पहुंचकर सैकड़ो की संख्या में गिरफ्तारी की मांग की थी इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई तो जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था वह निर्दोष साबित हुए.ग्राम प्रधान रामनरेश मौर्या,दिनेश मौर्य, शिवकुमार, संतोष कुमार मौर्या और सतीश मौर्या को गिरफ्तार किया है घटना में प्रयुक्त चार पहिया वाहन बोलोरो पिकअप महिन्द्रा टीयूवी बरामद कर जेल भेज दिया है
अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेश ओपी सिंह ने पुलिस लाइन के मनोरंजन कक्ष में प्रेस वार्ता कर शुक्रवार को बताया कि रोजगार सेवक की मौत के मामले ग्राम प्रधान समेत 5 को गिरफ्तार किया गया है यह अभी फरार है. रोजगार सेवक की हत्या के लिए ग्राम प्रधान ने डेढ़ लाख की सुपारी आरोपियों को दी थी. आरोपियों ने बोलेरो गाड़ी से टक्कर मारकर रोजगार सेवक की हत्या कर दी थी. रोजगार सेवक ग्राम प्रधान से कई बार कहा सुनी भी किया था मनरेगा कार्य में हो रहे गलत कार्य को लेकर.इसी से नाराज होकर ग्राम प्रधान ने रोजगार सेवक की हत्या कर दी थी. फिलहाल पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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